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मनरेगा नाम विवाद पर तेज प्रताप यादव की दो टूक, बोले— गांधी को कोई मिटा नहीं सकता
- Reporter 12
- 22 Dec, 2025
पटना: मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाकर ‘वीबी-जी राम जी’ कानून लागू किए जाने को लेकर सियासी बहस तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में जनशक्ति जनता दल के प्रमुख तेज प्रताप यादव ने इस मुद्दे पर संतुलित लेकिन स्पष्ट प्रतिक्रिया दी है।
तेज प्रताप यादव ने कहा कि महात्मा गांधी का नाम भारतीय इतिहास और जनमानस से कोई अलग नहीं कर सकता। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि गांधी जी और भगवान राम दोनों ही उनके लिए समान रूप से पूजनीय हैं और इस विषय को टकराव की राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।
“गांधी भी राम का नाम लेते थे”
तेज प्रताप यादव ने कहा,
“महात्मा गांधी को कोई हटा नहीं सकता। खुद गांधी जी भी राम का नाम लिया करते थे। जब भगवान का नाम जुड़ा है तो इसमें विवाद खड़ा करने का कोई मतलब नहीं है। गांधी जी के लिए भी उतना ही सम्मान है, जितना भगवान राम के लिए।”
उन्होंने इशारों में कहा कि इस तरह के मुद्दों को धार्मिक या वैचारिक टकराव का रूप देना समाज को बांटने जैसा है।
नए कानून को मिल चुकी है मंजूरी
गौरतलब है कि राष्ट्रपति ने ‘वीबी-जी राम जी विधेयक, 2025’ को स्वीकृति दे दी है, जिसके बाद यह कानून बन चुका है। सरकार के अनुसार, इस कानून के तहत ग्रामीण परिवारों को अब साल में 125 दिन का कानूनी रोजगार मिलेगा, जो पहले की तुलना में अधिक है।
ग्रामीण विकास पर सरकार का फोकस
सरकार का दावा है कि नए कानून का मकसद गांवों को आर्थिक रूप से मजबूत करना है। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, पलायन पर लगाम लगेगी और गरीब परिवारों को स्थायी आय का सहारा मिलेगा। साथ ही, विभिन्न ग्रामीण योजनाओं के बीच बेहतर तालमेल बनाकर लाभ सीधे जरूरतमंदों तक पहुंचाने की बात कही जा रही है।
मनरेगा के नाम से जुड़े इस बदलाव पर जहां सियासत गरम है, वहीं तेज प्रताप यादव का बयान इसे संतुलन और सम्मान के नजरिए से देखने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
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